लोग मुझपर बैठते है, लोग मुझपर आराम करते है
लोग मुझे पेयार से कुर्सी बुलाते है।
नेताओं को है मुझसे पेयार, लोगोका मै हु सत्कार
कुर्सी के लिए सभी लड़ने को तैयार।
कुर्सी आन बान शान है, नेता गाते है कुर्सी कि जयगान,
कुर्सी कि महिमा अपरम्पार, कुर्सी के लिए कोई भी कुछ करने को तैयार।
कुर्सी कि महिमा गाये नेताजी, कुर्सी के साथ चिपके नेताजी,
कुर्सी कि है ऎसी माया कुर्सी के लिए खेल बिगाड़े नेताजी।
कुर्सी मे है अपार शक्ति, कुर्सी को नेता करें भक्ति
कुर्सी कि लालच मे हेराफेरी करें नेताजी।
कुर्सी मे है अपार माया इसीलिए चमचे बनाते है छाया,
सभी जगह है कुर्सी कि लड़ाई, कुर्सी कि महिमा गाये दुनिया।
कुर्सी के लिए क्या क्या कांड हुआ, दुनिया मे बहुत उथल पुथल हुआ,
एक से बढकर एक खेल हुआ, अनगिनत लड़ाई हुआ।
कुर्सी के लिए ही अनगिनत इतिहास हुआ,
कुर्सी कि खींचातान मे एक दूसरे का दुश्मन हुआ।
कुर्सी कि माया ऎसी लगी मानो कुर्सी माता, कुर्सी पिता कुर्सी ही परम तप,
कुर्सी के खातिर नेताजी करें कुर्सी नाम जप।
कुर्सी का साहारा लेके नेताजी करें नाना प्रकार लूट,
कुर्सी का साहारा लेके नेताजी बोले नाना प्रकार झूठ।
कुर्सी के लुटमार मची है, कुर्सी के लिए नेता चाल चालते है,
कुर्सी मे पकड़ बनाने के लिए नेताजी तरह तरह के बबाल करते है।
कुर्सी मे वह शक्ति है साधारण ब्यक्ति भी बन जाते है असाधारण,
तभी तो कुर्सी के लिए चतुर ब्यक्ति लोगोको बेबकुफ़ बनाते है।
कुर्सी के लिए सभी करें भोट, कुर्सी के खातिर बिकते है भोट,
कुर्सी को पाने कि खातिर नेताओं ने बरसाते है नोट।
कुर्सी का साहारा लेके भेड़ो के शेर बनते हुए देखा,
परिचय :- चार पैरों पर खड़ी कुर्सी ऐसा साधन है, जो हमें अनगिनत विषयों पर सुख और दुख दोनों देती है। कुर्सी की महिमा : इस ब्लॉग पोस्ट में हम चर्चा करेंगे कि किस प्रकार कुर्सी इंसान के जीवन का अविभाज्य हिस्सा बन चुकी है। दुनिया में असंख्य दंड और संघर्ष कुर्सी की वजह से हुए हैं। कुर्सी का मानव जीवन पर ऐसा असर है कि यह जीवन बदल सकती है। हम समझने की कोशिश करेंगे कि कुर्सी का मानव जीवन पर कितना व्यापक प्रभाव है।
आराम और स्थिरता :- विचारों का सही आकलन करने के लिए कुर्सी मानव जीवन का अनिवार्य हिस्सा बन गई है। कुर्सी इंसान को अद्वितीय सुख और शांति देती है। आराम प्रदान करने की क्षमता के कारण लोग कुर्सी पर बैठने के लिए उत्सुक रहते हैं। पूरी तरह आराम और स्थिरता देने में कुर्सी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। कठिन परिश्रम के बाद कुर्सी पर बैठने से विश्राम का अनुभव होता है।
कार्यक्षमता का प्रतीक :- कुर्सी ऐसा साधन है जिस पर बैठकर हम सफलता प्राप्त कर सकते हैं और अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध हो सकते हैं। अपनी कार्यक्षमता के कारण कुर्सी मानव जीवन का प्रतीक बन गई है। कुर्सी का उपयोग करके हम ध्यान का आनंद ले सकते हैं या किसी संवाद को पूरा कर सकते हैं।
साधन की प्रक्रिया :- कुर्सी की महिमा : इस ब्लॉग पोस्ट में हमें यह भी जानकारी मिलती है कि कुर्सी एक ऐसा साधन है जो हमें ध्यान, संयम और सहनशीलता सिखाती है। कुर्सी पर बैठकर हमें असीम सुख के साथ आध्यात्मिक अनुभव भी प्राप्त होता है।
संबंधों का निर्वाह :- कुर्सी हमें दूसरों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने का अवसर देती है। जैसे, किसी अतिथि का स्वागत करने के लिए हम सबसे पहले कुर्सी का सहारा लेते हैं। जीवन में मित्र के साथ संबंध बनाए रखने में भी कुर्सी की भूमिका अहम होती है। संबंधों का निर्वाह करना हमारे लिए अत्यंत आवश्यक है। जीवन में प्रगति करने के लिए संबंधों को बनाए रखना ज़रूरी है।
यात्रा का हिस्सा :- कुर्सी हमारे जीवन की यात्रा का महत्वपूर्ण हिस्सा है। हर कोई कुर्सी पाने के लिए उत्सुक रहता है। सारी खींचातानी कुर्सी को लेकर ही होती है। कुर्सी ऐसा साधन है जो हमें जीवन की अदालत का सीधा सामना करने की शक्ति देती है। कुर्सी की महिमा : इस ब्लॉग पोस्ट में कुर्सी अपने आप जीवन की यात्रा का हिस्सा बन जाती है। जीवन की यात्रा में असंख्य कुर्सी के खेल होते हैं।
विचारों का संग्रह :- कुर्सी ऐसा साधन है जिस पर बैठकर हम अपने विचारों को समझते और एकत्रित करते हैं। सोच-विचार के द्वारा हम नए विचार विकसित करते हैं। केवल कुर्सी पर बैठकर ही हम नए विचार उत्पन्न कर सकते हैं और अपनी रचनात्मकता को बढ़ा सकते हैं। कुर्सी की महिमा : इस ब्लॉग पोस्ट का एक हिस्सा विचारों का संग्रह भी है। हमारे जीवन की इस यात्रा में हम अकेले नहीं चलते, बल्कि हमारे विचार भी हमारे साथ चलते हैं।
आत्मा से संवाद :- कुर्सी एक अनोखा साधन है जो हमें आत्मा से संवाद करने का अवसर देती है। इसके माध्यम से हम आत्म-विकास और मानसिक तथा शारीरिक विकास की ओर अग्रसर हो सकते हैं। आत्मा से संवाद करना अत्यंत प्रतिभाशाली लोगों का परिचय है। आत्मा से संवाद सामान्य लोगों की पहुँच से बाहर है। केवल कुछ विशेष लोग ही आत्मा से संवाद कर सकते हैं।
शासन व्यवस्था में पदों का प्रावधान :- शासन व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए कुर्सी का प्रावधान किया गया है। और इस शासन व्यवस्था को ठीक से चलाने के लिए विभिन्न पदों की रचना की गई। समय के साथ अलग-अलग देशों में अलग-अलग प्रकार की शासन व्यवस्थाएँ विकसित हुईं। शासन व्यवस्था में कुर्सी का होना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यदि सभी को समान कुर्सी या पद दिया जाए, तो विवाद की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए पद की मर्यादा निर्धारित की गई है।
कुर्सी का दुरुपयोग :- कभी-कभी भ्रष्ट मानसिकता वाले लोग इन पदों या कुर्सियों पर काबिज हो जाते हैं, जिससे विभिन्न प्रकार की अनियमितताएँ और भ्रष्टाचार फैलते हैं। भ्रष्ट मानसिकता वाले लोग अपने पद का दुरुपयोग करते रहते हैं। कई लोग अपने पद का इस्तेमाल कर तरह-तरह के अपराध करते हैं, और कुछ लोग अपनी स्थिति बनाए रखने के लिए कुर्सी का सहारा लेते हैं।
कुर्सी के लिए गुटबाज़ी :- शासन व्यवस्था में इन पदों या कुर्सियों को पाने के लिए होड़ लगी रहती है। इन कुर्सियों पर कब्ज़ा करने के लिए अलग-अलग दल या समूह तरह-तरह की साज़िशें रचते रहते हैं। अधिक कुर्सियाँ पाने की होड़ में विभिन्न दलों और समूहों के बीच प्रतिस्पर्धा रहती है। और इन साज़िशों में आम जनता को कई प्रकार के लालच देकर फँसाया जाता है।
निष्कर्ष :- कुर्सी की महिमा : इस ब्लॉग पोस्ट से यह स्पष्ट होता है कि कुर्सी मानव जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण है। कुर्सी इंसान के जीवन में सुख और समृद्धि, आध्यात्मिक जीवन में प्रगति और मानव जीवन की गहराई को समझने में अहम भूमिका निभाती है। साथ ही, कुर्सी मानव समाज और शासन व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने में भी प्रमुख भूमिका अदा करती है।
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